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Saturday, September 27, 2008

जख्म को हरा कर दिया इस धमाके ने ,फिर दहली दिल्ली , अब हम सुरक्षित नहीं ?


जख्म अभी भरा नहीं था कि उस पर दुबारा से वार कर दिया गया ।शनिवार का काला दिन आज फिर दिल्ली वालों के लिए दहशत भरा रहा। दक्षिणी दिल्ली के महरौली में हुआ यह धमाका बहुत ही भीषण था । प्रत्यक्षदर्शीयों ने बताया की एक बाइक पर दो लोग जो कि २० से २५ साल के थे । मार्केट में एक बैग को फेक चलते बने । जिससके कुछ ही देर बाद यह धमाका हुआ । बम धमाके में मरने वालों में कई लोग शमिल है जिसमें एक १० साल का बच्चा भी है जिसने बैग को उठाकर कहा था कि " अंकल आप का बैंग गिर गया , और इसके तुरंत ही बाद धमाका हुआ जिसमें बच्चे की मौके पर ही मौत हो गयी। पुलिस ने घायलों की संख्या २० तथा मरने वालओ की संख्या एक बतायी है ।
दिल्ली में पिछले दिनों एनकाउटर में दो आतंकवादियों को मार गिराया था और कई को दबोच लिया था। तब ऐसा लगा था कि दिल्ली अब कुछ सुरक्षित है? पर आज दिल्ली के हर नागरिक का सवाल यही है कि क्या हम सु्रक्षित है? पुलिस पे एक बार फिर से सवालिया निशाना साधा जा रहा है। देश की राजधानी में इस तरह की दहशत आम लोगों के दिल में एक खौफ पैदा कर रही है । निर्दोष लोगों और बच्चे अपनी जान देकर आतंकवाद की कीमत चुका रहे हैं । दिल्ली की मुख्यमंत्री ने मृतको के परिवार के लिए राहत की घोषणा कर दी और घायलों को देखने एम्स गयी । पर बार बार सवाल यही है कि क्या कीमत है इंसान की ? ऐसे हादसे कब रूकेगें ? गृह मंत्रालय भी चुप्पी साधे बैठा है । दिल्ली पुलिस भी लाचार है ? अब इस तरह से हो रहे बम धमाके तो यही बताते है कि आंतकवादी को अपनी करतूत को पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता ? जब जहां चाहे खुले आम अपने अनुसार बम फोड़ सकते हैं।फिलहाल अब सुरक्षित नहीं नजर आती दिल्ली । दिल्ली अब 'दिल वालों की नहीं' बम वालों की है ।

1 comment:

दिवाकर प्रताप सिंह said...

ये सब तो अभी और होगा क्योंकि सरकार, मानावधिकार संगटन, धर्मनिरपेक्ष लोग सभी इन आतंकवादियों के साथ है एक आतंकवादी मरना इन लोगों को सुहाता नहीं चाहे कितने ही लोग मर जाए..