रेस्ट आफ इण्डिया की टीम ने ईरानी कप पर कब्जा कर लिया । मैच के चौथे दिन रणजी चैम्पियन विजेता दिल्ली को १८७ रनों से करारी शिकस्त दी । वैसे ईरानी ट्राफी का यह मैच एक तरफा रहा । मैच पर गेदंबाजों का दबदबा कायम रहा । वैसे यह मैच इस नजरिये से अधिक महत्तवपूर्ण था क्योंकि चयन समिति को इन्हीं २२ खिलाड़यों को प्रदर्शन के अनुसार भारतीय टीम में जगह देनी है जो कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीरीज खेलेगी। वैसे तो कोई बल्लेबाज इस मैच में कुछ खास नहीं कर सका सिवाय गौतम गंभीर और राहुल तथा धोनी को छोड़कर। जो कि कुछ चिंता का विषय हो सकता है चयबन समिति के लिए ।
वैसे ईरानी ट्राफी का यह मैच हमारे युवाओं के लिए एक अच्छा अवसर जरूर था पर किसी युवा ने खुद को ज्यादा साबित नहीं किया । सचिन की जगह पर बद्रीनाथ ने भी कुछ खास नहीं किया । और मोहम्मद कैफ ने उम्मीद के मुताबिक अपना योगगान नहीं दिया । और कोई युवा बल्लेबाज नहीं रहा जिसके खेल को देख कर यह कहा जाय कि इसे टेस्ट टीम में जगह मिलनी चाहिए । वैसे हमारे गेदंबाज ने बहुत अच्छा प्रयास किया । हरभजन सिंह , भारतीय टेस्ट कप्तान कुंबले , मुनफ पटेल शेष भारत के लिए और दिल्ली के गेंदबाज ईशांत शर्मा और नंदा ने बढ़िया गेंदबाजी की ।
भारत आगामी ९ अक्तूबर से आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैच की सीरीज खेली जायेगी वैसे इस बार की आस्ट्रेलियाई टीम उतनी दमदार नहीं जितनी कि पिछली बार थी । इस बार आस्ट्रेलिया टीम में नये चेहरे की भरमार है । चार या पांच ऐसे खिलाड़ी है जो कि पहले भारत मेंखेल चुके हैं। पर फिर भी आस्ट्रेलिया की टीम को कम आंकना गलत होगा।
अब चयनकर्ता को टीम के चयन के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है जैसा कि ईरानी ट्राफी में बल्लेबाजी एकदमसे गायब रही तो ऐसे में हमारे पुराने खिलाड़ियों को आजमाया जाना चाहिए । नये कंधों पर अगर जिम्मेदारी दीजाती है तो उम्मीद अच्छे की करना गलती होगी। सचिन , सौरव ,लक्ष्मण व द्रविड़ जैसे अनुभव का चयन समिति को लाभ लेना चाहिए । साथ कुछ युवा को मौका देना चाहिए।
वैसे ईरानी ट्राफी का यह मैच हमारे युवाओं के लिए एक अच्छा अवसर जरूर था पर किसी युवा ने खुद को ज्यादा साबित नहीं किया । सचिन की जगह पर बद्रीनाथ ने भी कुछ खास नहीं किया । और मोहम्मद कैफ ने उम्मीद के मुताबिक अपना योगगान नहीं दिया । और कोई युवा बल्लेबाज नहीं रहा जिसके खेल को देख कर यह कहा जाय कि इसे टेस्ट टीम में जगह मिलनी चाहिए । वैसे हमारे गेदंबाज ने बहुत अच्छा प्रयास किया । हरभजन सिंह , भारतीय टेस्ट कप्तान कुंबले , मुनफ पटेल शेष भारत के लिए और दिल्ली के गेंदबाज ईशांत शर्मा और नंदा ने बढ़िया गेंदबाजी की ।
भारत आगामी ९ अक्तूबर से आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैच की सीरीज खेली जायेगी वैसे इस बार की आस्ट्रेलियाई टीम उतनी दमदार नहीं जितनी कि पिछली बार थी । इस बार आस्ट्रेलिया टीम में नये चेहरे की भरमार है । चार या पांच ऐसे खिलाड़ी है जो कि पहले भारत मेंखेल चुके हैं। पर फिर भी आस्ट्रेलिया की टीम को कम आंकना गलत होगा।
अब चयनकर्ता को टीम के चयन के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है जैसा कि ईरानी ट्राफी में बल्लेबाजी एकदमसे गायब रही तो ऐसे में हमारे पुराने खिलाड़ियों को आजमाया जाना चाहिए । नये कंधों पर अगर जिम्मेदारी दीजाती है तो उम्मीद अच्छे की करना गलती होगी। सचिन , सौरव ,लक्ष्मण व द्रविड़ जैसे अनुभव का चयन समिति को लाभ लेना चाहिए । साथ कुछ युवा को मौका देना चाहिए।
1 comment:
सचिन , सौरव ,लक्ष्मण व द्रविड़ जैसे अनुभव का चयन समिति को लाभ लेना चाहिए । साथ कुछ युवा को मौका देना चाहिए।
बढ़िया लिखा है आपने। सक्रियता बनाए रखें। शुभकामनाएं।
www.gustakhimaaph.blogspot.com
पर ताकझांक के लिए आपका स्वागत है।
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