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Thursday, June 17, 2010

मठाधीश सपनेहु सुख नाहीं

जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन से से मठाधीश इतने डर गये है कि रात के सपने मे भी जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन की पोस्‍ट ही नज़र आती है। इधर जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन पोस्‍टे आती बाद में है नापंसद का चटका लगाने वाले पहले से बैठे मिल जाते है। अभी हाल मे ब्‍लागवाणी पर देखा तो 3 नापंसद के चटके जो पोस्‍ट आने से पहले मठाधीशो के गले मे अटके थे, वो जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन की पोस्‍ट पर नज़र आ रहा है। नापंसद के चटके के लिये SMS पर SMS भेजे जा रहे है वैसे दूबे भी ने कन्‍फर्म किया है कि के चटके वाला SMS उन्‍हे भी आया है, रोमिंग के कारण उन्‍होने फोन ही स्विच आफ कर दिया है।


हमारे ब्‍लाग गुरू कितनी अच्‍छी बात कह गये है कि मठाधीश सपनेहु सुख नाहीं मतलब कि मठाधीशो के सपने मे भी अब जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन के गठन के बाद सुख नही दिखेगा यही कारण है कि जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन की पोस्‍टो प्रकाशन के बाद दौरे तेज हो जाते है। अब मठाधीश सावधान रहे क्‍योकि इलाहाबाद धोषणा पत्र - जबरन बंद करवाये जायेगें मठा‍धीशों के अवैध मठ पर कार्यवाही तय है।

Thursday, June 10, 2010

इ भोलोगिंग का होई ...........अपनी तो जैसे तैसे ...थोड़ी ऐसे या वैसे आपका क्या होगा ? neeshoo tiwari

अपनी तो जैसे तैसे ...थोड़ी ऐसे या वैसे आपका क्या होगा ? क्या होगा ये तो सब को पता है......बोलो बोलो .......बोलो न ...प्प्लीज़ ......हाँ पता है.......पर आदत से तो मजबूर हैं न .........अब जब तक पोस्ट सबसे ऊपर न देखिगे तब तक यस्यम्यास फ़ोन करके दुकान चलनी होती वहहै बबुआ .........अच्छा सच कहा आपने ........तो और का .........का कौनो नवा नवा थोड़े ही आये हैं भोलोगर बनने...........अच्छा ........
अच्छा ई बताइए बबुआ की कुछ लौंडे इ इलाहाबाद में का करिय का बात पेल रहे हैं ..............अरे बुडबक .......कर दी ना बात कई बतकही ..........कुछ सुना न जाना बस भक से मुह खोल दिया ................ए ऊ लौड़े तो कुछ बना रहे हैं ........अच्छा खाने के लिए का ............नहीं तुम तो हमेसा खाएँ पर लगा राहत हो .......अच्छा फिर का बनावट है ..बतावा ना .................अच्छा एक सरत है बबुआ ...हामरे पोस्ट पर चटका और कमेन्ट दिये को होई ...समझा की नहीं ...अच्छा ठीक हैं .......इ ला चार पांच एक साथे ठेल देब .........अब तो बका न ...........तौ सुना ..........१५ का इस लौड़े मिलकर हुमरे तोहरे खिलाफ संगठन बनावट हैं........अब तौ दुकान लगत बा बंद होई जाये ........अच्छा तौ फिर का करी ..कहा न ............बाद दम दबा के निकल लो ...........समझे की नहि...........इ भोलोगिंग का होई ........... 
mahasakti + junior bloger assosiation
अब जो लोग भी "जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन तथा उससे जुडे किसी भी व्‍यक्ति का नाम करते हुये अभद्र पोस्‍ट लिखेगा तो अपनी भद्द करवाने का खुद जिम्‍मेदार होगा", जूनियर ब्लॉगर एसोसिएशन का प्रत्‍येक सदस्‍य अपना विरोध ऐसे वाहियात पोस्‍टो पर साम-दाम-दण्‍ड-भेद के साथ दर्ज करने के लिये स्‍वतंत्र है।

Monday, June 7, 2010

मेरठ आये दिल्ली के ब्लोगर .........जूनियर ब्लोगर एसोसियेशन में संचालक की दावेदारी अविनाश जी की ...( neeshoo tiwari )..१५ जून इलाहाबाद आइयेगा जरूर






सप्ताहभर से अधिक समय तक चला विवाद (वैचारिक मतभेद ) का पताछेप आखिरकार मेरठ ब्लोगर मिलन से हुआ .....मेरठ पहुंचे अविनाश जी , पवन चन्दन जी , सुमित तोमर जी , उपदेश सक्सेना व भाई मिथिलेश दुबे जी के साथ बैठ चाय की चुस्कियों के बीच ब्लोगिंग के वर्तमान परिदृश्य और भविष्य के स्वरुप पर गहनतापूर्वक विचारविमर्श हुआ .....इस बैठक में कुछ मुद्दों पर आम राय बनी ....
१ ....दिल्ली ब्लोगर सम्मलेन ( लक्ष्मीनगर ) के संचालन  पर सबने (अविनाश जी , पवन जी , मिथिलेश जी , सुमित जी , उपदेश जी ) माना की कई खामिया रह  गयी थी ...किसी सम्मलेन ( बैठक ) का यदि मुद्दा तय रहे तो हम सभी उपस्थित ब्लोगर सार्थकता की ओर जा सकते हैं ..अर्थात विषय का चयन होना आवश्यक हैं ( जैसा की वहां नहीं हो पाया ..आगे जरूर ध्यान दिया जायेगा )...
२ ....दूसरा मुद्दा रहा जूनियर ब्लोगर एसोसियेशन के गठन को लेकर ........जिसमे नियम , कार्यप्रणाली और औचित्य पर बारीकी से हम सभी ने चर्चा की .......जूनियर ब्लोगर एसोसियेशन पर हम सभी एक राय थे की यह संगठन ब्लोगिंग के स्वर्णिम काल के सपने को अवस्य ही साकार करेगा ...जरुरत बस इस बात की है की हम सार्थकता हो ध्यान में रखकर चलें .........एसोसियेशन की चर्चा के दौरान अविनाश जी ने जूनियर ब्लोगर के संचालक (अध्यछ) के पद के लिए खुद का नाम हमारे सामने रखा ....जो एक सार्थक पहल है...  .जूनियर ब्लोगर एसोसियेशन की पहली बैठक १५ जून को इलाहाबाद में होगी ...जहाँ पर अविनाश जी के नाम पर कार्यकारणी के सदस्य विचार करेंगे ...१५ जून को ही जूनियर ब्लोगर एसोसियेशन की सार्वजनिक रूप से गठन (प्रारूप , सदस्यता , कार्यप्रणाली , जे बी ये टीम ) की औपचारिक घोषणा सभी ब्लोगर ले सामने की जाएगी ..
३......सबसे अहम मुद्दा था विवाद पर बातचीत करना ..जिसके लिए हम सभी मिले थे ....तो हम सभी ने माना की कोई ब्लोगर न बड़ा होता है और न छोटा होता है बल्कि हमारा लेखन ही हमारी पहचान है...हम सभी ने गुटबाजी को दरकिनार करना ही सही पाया ....यदि कोई भी ऐसा करता हैं तो हम सभी मिलकर उसको दरकिनार कर देंगे .........साथ ही उसकी बातों को ज्यादा तरजीह नहीं दी जाएगी ...........कुल मिलाकर ब्लोगिंग के स्वर्णिम सपने के लिए आपस में प्रेम भाव और एक दुसरे के अनुभव और सहायता के बिना नहीं चल सकते ...
चलते चलते ............
कल सबसे मिलने के बाद आज जाकर समय मिला तो आप सबको इस बारे में जानकारी देना उचित समझा ..क्यूंकि बहुत से बातें ब्लोगिंग से जुडी ही रही ....तीन चार घंटे कैसे बीत गए पता नहीं चला ...........इस बीच हसी मजाक का भी दूर चलता रहा ..( जहाँ  अविनाश जी रहें और हंसी न हो )......मेरठ में लोक संघर्ष पत्रिका का लोकार्पण भी हुआ ..जिसमे ब्लोगर के साथ साथ कोई नामी पत्रकार  भी शामिल रहे ...........अरे हाँ कुछ चित्र भी पवन जी के कमरे ने कैद किया है..........आप लोगों के लिए .....आप सभी (ब्लोगर ) इलाहाबाद में १५ जून को आमंत्रित हैं ......जहाँ पर जूनियर ब्लोगर की सार्थक पहल एसोसियेशन के साथ होने जा रही है.....आइयेगा जरूर  ( नम्बरवा अविनाश भैया से लाइ  लेहा  )  

Friday, June 4, 2010

मेरा वैचारिक मतभेद जरूर था ( जो अब दूर हो चूका हैं...मुझे दुख है इस विवाद से ) पर मनभेद कभी भी नहीं रहा ..और न है ...और न ही रहेगा कभी .neeshoo tiwari


कभी कभी कुछ ऐसा हो जाता है.....जिसकी हम उम्मीद भी नहीं कर सकते हैं .......पर हमें बाद में पछतावा जरूर होता है.......पिछले कुछ दिनों में जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है..........( दिल्ली ब्लोगर सम्मलेन को लेकर )....वैसे भी क्या हम अपने से बड़ों के बिना आगे चल सकते हैं क्या ? तो मेरा जवाब होगा नहीं ........यही बात ब्लोगिंग में भी लागू होती है.......हाँ मेरा वैचारिक मतभेद जरूर था ( जो अब दूर हो चूका हैं .........मुझे दुख है इस विवाद से ) पर मनभेद कभी भी नहीं रहा ........और न है ................और ........न ही रहेगा कभी ...............

पने से अनुभवी और बड़े ब्लोगर ( अविनाश जी , अजय कुमार झा जी ,,,आदि से ) से बहुत कुछ सीखा है मैंने .........और हाँ बिना बड़ों के आशीर्वाद और प्यार और स्नेह के हम खुद को ( हिंदी ब्लोगिंग को ) आगे कैसे ले जायेगे ........हमको आप सभी का साथ चाहिए .........वैसे भी मैं आप से छोटा हूँ तो ये मेरा अधिकार की आपका स्नेह हक़ से ले सकूँ .............

सबसे अहम बात की मेरी पिछली लिखी पोस्ट अगर आप लोगों के कष्ट हुआ है .......तो इसका मुझे खेद और बेहद अफसोश है...........और भविष्य में ये प्रयास करूँगा की ऐसे किसी भी विवाद को पनपने ने दिया जाये ( आपस में बातचीत करके भी मामले को सुलझाया जा सकता है.........जो मैंने खुद नहीं किया ...पर आगे ध्यान रखूँगा )

...........अविनाश जी 
आपसे ही सीखा गलतियाँ सुधारना 
आपसे जी जाना खुद से आगे बढ़ना 
आपसे मतभेद रहा 
क्यूंकि 
नीशू के समझने में फेर रहा ....
फिर हम मिल जायेगे 
एक नया दीपक जलाएंगे
ब्लोगिंग के सार्थकता का 
सबको पाठ पढ़ाएंगे

चलते चलते

अविनाश जी रविवार को मेरठ आ रहे हैं मुझसे मिलने ..............केवल मुझे से मिलने .......अरे मिथिलेश भी आ रहा है........आप का इन्तजार है....... ऑफिस का समय पूरा गया है ..........अब जा रहा हूँ .....पर एक ही बात की वैचारिक मतभेद को कभी मनभेद न होने दीजियेगा .........हिंदी ब्लोगिंग की सार्थकता की ओर कदम बढ़ाना है...........

Thursday, June 3, 2010

मठाधीशों का तो अपराध छम्य लेकिन जूनियर ब्लोगर ही बलि की वेदी पर क्यूँ ??????शायद हो कोई जवाब ..........गलती जिसकी हो वो सामूहिक रूप से माफी मांगे ...n

है मुझे मंजूर 
लेना खून का इल्जाम सर पर 
है मुझे स्वविकार कहलाना दीवाना 
(कौन है जो होश में रहता हमेशा )
पर कहे कोई ही मैंने छला उसको
कल्पना में भी किसी की
है असंभव हो कभी अपराध मेरा ..( लेविस कैरोल )
मठाधीशों का तो अपराध छम्य और जूनियर ब्लोगर का अपराध तो अपराध .......अब ऐसे नहीं चले वाला .........सबको बराबर का अधिकार है...   मठाधीशों का अपराध तो और भी बड़ा है क्यूंकि जो ब्लोगर अभी नया है....उसको जानकारी का आभाव होता है......इसलिए यहाँ सम्मानित गुट्बाज मठाधीशो को अपनी महानता का परिचय देना चाहिये ......न की लामबंद होकर नए ब्लोगर को दरकिनार करने की साजिश करनी चाहिए ......
कल रात मेरी नामचीनी महिला ब्लोगर से बात हो रही थी ........वह जानना चाहती थी की आखिर ये सब प्रकरण है क्या ? और हुआ कैसे ? मैंने आपना पछ रखते  हुए पूरी  बात कही  ......हाँ पर एक लोगों की बात सुनकर किसी परिणाम पर जाना उचित नहीं होता ...........मैंने सीधे कहा की अगर मेरी गलती निकलती है तो मैं बीच सभा में सबके सामने गलती मानने को तैयार  हूँ ......पर अगर मेरी गलती नहीं निकलती तो क्या मठाधीश भी ऐसा करने को तैयार होगें ( मुझे तो नहीं लगता ) .....मैंने सुप्रसिध  महिला से कई सवाल भी किये ?
१....अजय झा जी को मेरे विचार अच्छे नहीं लगे .......ये बात समझ में आती है( प्रथम दिल्ली ब्लोगर सम्मलेन को मात्र खाने खिलाने की बात मैंने कही ) .......अजय जी से मेरी  कोई आपसी रंजिश तो नहीं थी न ..........और हाँ क्या मैं अपनी बात भी कहने के लिए किसी से अनुमति लूँ ( अजय जी से ) तो ये बात सही होगी क्या ?  दूसरी बात की बात हिंदी ब्लोगिंग से जुड़े कई मुद्दों पर की थी ......वो बात अजय जी को क्यूँ नजर नहीं आई ............या ये कहूँ की वो बस यही बात को पकड़ कर विवाद को हवा देना चाहते  थे ( अगर ऐसा नहीं था तो चुप क्यों रहे )
२...............क्या मर रही है ब्लोगिंग वाली पोस्ट पर ही ...............पाबला जी की कानूनी कारवाई की धमकी ( जो आज भी मेरे पास ईमेल परहै) ...अजय जी ने तो अपना  विरोध भी सही से किया होता तो मैं कुछ समझता .........लेकिन ये पाबला जी ने आकर कहा ..ये कितना और किस तरह से जायज है......( क्या ये गुटबाजी नहीं ..........हम ब्लॉग पर लिखे शब्दों को पढ़ते हैं या फिर ब्लोगर को पढने जाते हैं .....?..)
३.....इसके बाद अविनाश वाचस्पति जी बिना सूचना दिए हुए नुक्कड़ ब्लॉग से मुझे हटा देते हैं ( ब्लॉग उनका है....अगर वो बता के मुझे निकालते  तो मैं उनको दोषी नहीं कह सकता था पर ऐसा क्यूँ नहीं किया ? और हाँ अविनाश जी आपने खुद ही मुझे मेल कर आमंत्रण दिया था तो कमसे कम निकलने के लिए भी एक मेल कर देते तो क्या जाता आपका..............बल्कि इसमें आपकी ही महानता दिखती ......जबकि ऐसा कुछ भी नहीं किया गया )
४............मौनं स्वीकार लछनम  ............
अगर मुझ पर कोई आरोप लगता है( अगर आपको लगता है की वह सही नहीं तो चुप रहना क्यूँ ...........?)तो सामने आकर अपनी बात कहनी चाहिए पर किसी ने ऐसा नहीं किया ......वजह क्या थी कोई नहीं बता सकता ?
चलते चलते 
किसी को भी नाहक गुटबाजी कर परेशान करना किसी भी तरह से सही नहीं कहूँगा ........अगर हम सामने वाले को सम्मान नहीं देंगे तो सम्मान की उम्मीद कैसे लगा लेते हैं .........आज मुझे कोई गलत कहे पर मेरे सवाल का जवाब का क्या ..........अजय झा , अविनाश जी , और पाबला जी दे सकते हैं ? ( वैसे पता है की ना ही मिलेगा ) ........अगर मैंने गलत किया तो मेरा अपराध  तय हो ? और अगर किसी नमी गिरामी , सम्मानित , वरिष्ठ ने ऐसा किया वहहै तो उसका भी अपराध तय होना चाहिए ? सभी के लिए एक नियम होना चाहिये .......गुटबाजी करके किसी को भी परेसान किया जा सकता है पर यह सही तरीका नहीं है.......मैं फिर कहता हूँ की हो सकता है मेरी बात और मेरे विचार से कोई इत्तेफाक न रखे पर मैं ऐसा हो सोचता हूँ .........बाकि आपकी अलग राय हो सकती है.....लेकिन विचारों में मतभेद हो ये ठीक है पर मनभेद मेरे समझ से परे है..........

Wednesday, June 2, 2010

जूनियर ब्लोगर एसोसिएसन के हमले से तोपची ब्लोगर भूमिगत ((कहाँ गए गुटबाज ) ........पहली बैठक १५ जून इलाहाबाद (अब होगी कारवाई )..neeshoo tiwari)

जूनियर  ब्लोगर एसोसिएसन का हमला 
जूनियर  ब्लोगर एसोसिएसन के हमले से तोपची ब्लोगर भूमिगत हो गए हैं ..........वजह तो साफ है.........सामूहिक विरोध ......दिल्ली के  हर नुक्कड़ पर जाम लग गया ......जिन्दगी ठहर सी गयी क्यूँ भाई .........अब देखो न जवाब का विगुल कैसे बजेगा और कहाँ से बजेगा ..............
ब्लोगर बंधुओ ............जूनियर ब्लोगर एसोसिएसन की पहली बैटक ...........१५ जून को इलाहाबाद में  होगी .........जिसमे प्रताड़ित और सताये हुए जूनियर ब्लोगर हिस्सा लेगे ........बैठक का मुद्दा भी तय हो गया है...जिसका प्रारूप जल्द ही जूनियर ब्लोगर के सामने होगा ........लेकिन दिल्ली वाले गुट्बाज और मठाधीश ....सम्मानित और वरिष्ठ चापलूश ब्लोगर पर कारवाई और रणनीति तय की जाएगी ........मोर्चा खोला गया  तो ........कुछ न कुछ मजा आना जरुरी है.......... आगामी पोस्ट में और बातें सामने आएँगी .....
जूनियर और युवा ब्लोगर की शक्ति में दम 
युवा शक्ति ने जिस तरह से अपनी आवाज बुलंद की .........वह काबिले तारीफ है..........विरोध का स्वर एक साथ मिलकर ऐसा गूंजा की ...........तोपची ब्लोगर कोसों दूर तक नज़र नहीं आये ...........वैसे अभी तो गुटबाजी  की शुरुआत भी नहीं हुई .........और बूढी हड्डियों की  चरचराहट शुरू हो गयी ...........लेकिन इसका मतलब ये नहीं  की सब समाप्त ..........अभी तो बहुत कुछ होना बाकि है..........ब्लोगिंग के नए पुराने ..सम्मानित और कूड़ा कचरा लिखने वालों को ( जैसा की मुझे भी लोग कहते हैं .......इससे ज्यादा कर भी क्या सकते हैं )........हर बात ....हर कमेन्ट पर कविता ( बकवास ) कर कमेन्ट करने वालों का विरोध जारी  रहेगा .....मैंने खुद से अपने दम पर लड़ाई शुरू की है ........और आगे भी चलती रहेगी ........नुक्कड़ से निकालने का जवाब देना होगा ...अगर वजह है तो देने में कोई बुराइ नहीं.......( आवेश में जो किया तो अब क्या कहेगे दिल्लीवाले तोपची ब्लोगर ) .........लेकिन हाँ बेनामी तो मैंने कभी न बंद करने का वादा किया है.........उसको पूरा करूंगा ( यहाँ आकर गाली दे जाओ गे पता है पर फिर भी किसी का  मुह नहीं बंद करूँगा अपने ब्लॉग पर )  ............वैसे भी फेक आईडी वालो का क्या ? वे तो nya  ब्लॉग और ईमेल तो बना ही लेगे ..पर आखिर कब तक .........बहुत दिन ऐसे नहीं चले वाला है चापलूसों .........बनाओ न गुट ....किसी ने मना नहीं किया है....और धमकी का क्या ? बेनामी से दे जाओ .......ना .........

Tuesday, June 1, 2010

ब्लोगर(कोर्ट ) की नोटिस के इन्तजार में सो नहीं पाता ...(पाबला, अविनाश,खुशदीप,अजय झा..सावधान )..अब अगला नंबर आपका ? ( आग में घी डालनेवालों लपट आगई)

विवाद ....................ब्लॉग जगत में ये पहली बार नहीं हुआ है.......पर युवा ब्लोगर ने जिस तरह से अपनी बात रखी .........उससे दिल्लीवाले दलद्लिये बेनामी के साथ ही कमेन्ट कर सकते हैं ..........मूंह तो शायद ही किसी ने देखा हो ( विवाद के बाद )............वैसे इसके पहले भी कई विवाद हुए ..........लेकिन वो शायद इस हद तक आये हो .........आज कुछ पुराने घटनाक्रम की याद ताजा  होती   है ....
.......पंगेबाज जी प्रकरण ..........
मैंने पंगेबाज जी को जो भी जाना वह मोबाईल से ही जाना ....या फिर उनकी पोस्ट ( लेखन ) के माध्यम से ..............मैंने उनकी जो छवि अपने अन्दर पाई वह एक सीधे सच्चे इंसान की ...........बाद में ब्लोगर की .......किसी महाशय को अपने घर ठहराया तो .........इसका खामियाजा यह हुआ की पंगेबाज ( अरुण अरोरा जी ) को कोर्ट तक खीचने के धमकी मिली ..........पंगेबाज जी ब्लोगिंग छोड़ने की राह  चुनी ..............ऐसा नही की वो विरोध नहीं कर सकते थे .......पर इस सब को गलत मानते थे .......हाँ वैसे भी अगर पंगेबाज जी चाहते हो अतिथि महाशय का फरीदाबाद जाना भी बंद हो सकता था ..............पर वो ठहरे सीधे सादे इन्सान ..............इसलिए बहुत ज्यादा झुकना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता ......पर पंगेबाज जी दुबारा से आये हैं आग्रह करने पर ....यह खबर अच्छी है.. 
देवाशीष चक्रवर्ती और महाशक्ति ( प्रमेन्द्र प्रताप सिंह ) प्रकरण ...............
प्रमेन्द्र जी को भी सामूहिक ब्लॉग से बिना बताये निकला गया था ..........वह सामूहिक ब्लॉग औए निकला जाना चर्चा का विषय रहा ....प्रमेन्द्र भाई बहुत हद तक लड़ना जरी रखा ........प्रमेन्द्र जी को बैन किस लिए किया गया था इसका जवाब किसी के पास नहीं था ..........अगर सामूहिक ब्लॉग से किसी को ( मुझे भी हटाया गया पर अविनाश वाचस्पति ने कोई सुचना नहीं दी अबभी तक ) हटाया जाता है तो जवाब देना चाहिये ब्लॉग मालिक को ............पर ऐसा नहीं होता है ..........
पी एस  पाबला की मुझे धमकी ................
लिखा था उन्होंने की मई तुम पर संवैधानिक कारवाई करूँगा .......कोर्ट तक ले जाऊंगा .............( धमकी दी ) ........मैंने स्वविकार किया .....अब तो सम्मन ( नोटिस ) का इन्तजार करता हूँ ..........जब भी कोई दरवाजा खटखटआता है तो सोचा हूँ की सायद कोई पुलिसकर्मी  हो .............लेकिन  दरवाजा खोलता  हूँ   तो हवा का गुमनाम झोका पता हूँ ...........आखिर कब आएगा सम्मन? जैसे कोई  आतिथि आने वाला हो वैसे मुझे इस सम्मन का इंतजार है................
मेरी प्रतिक्रिया ...........
पाबला जी , आप जो दिनभर बैठ कर इंटरनेट और सरकारी सुविधा का दुपयोग करते हैं उस पर भी कारवाई हो सकती है ( कभी सोचा है की नहीं ) ........मेरे पास कोई काम नहीं है.........पर आप परिवार वाले हैं .....मेरे आगे पीछे कोई नहीं ............कुछ हो भी गया तो परवाह नहीं .....लें आप का क्या होगा ? बच्चे सड़क पर भी आ सकते हैं ..........अगर नौकरी चली जाये तब ................और हाँ मैं भी कारवाई कर सकता हूँ .....लें सुरुआत आप करेगे और ख़तम मैं करूँगा ............कोर्ट के चक्कर लगाते लगाते जुटे न घिस जाएँ तो कहियेगा .........ऑफिस आना जाना भूल जायेगे.. बाकि मेरा क्या होगा इसकी मुझे परवाह नहीं है.........अब तो साम , दाम , दंड , भेद चारों  तरीके से आप सबसे निबटूंगा .........बाकि अजय झा .......अविनाश वाचस्पति , खुशदीप जी मेरे खिलाफ तयारी कर ले ............बिगुल बज चूका हैं ...........
चलते चलते ........
जूनियर ब्लोगर येसोसिएसन  बन चुका है...........और जल्द ही आपके सामने होगा .........मैं फिर से कह रहा हूँ की जुनिओर ब्लोगर एसोसिएसन उस हर ब्लोगर  का विरोध करेगा जो किसी नए , नामी  या वरिष्ठ ब्लोगर की बिना बात के प्रताड़ित करते हैं ..........मैं किसी विशेष के विरोध में नहीं हूँ पर गुटबाजी और चाटुकारिता को  जो बढावा दे रहे हैं .....वही हमारे विरोधी हैं .... ....उनके ही खिलाफ काम किया जायेगा ...........और हां मई अपनी बात कहने में खुद समर्थ हूँ .......कोई भी आग में घी डालेगा तो आंच उनके ऊपर भी जाएगी ...........