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Friday, September 26, 2008

युवाओं का फैशन भी अजीब है , दिल्ली का युवा फैशन बना है "सिगरेट"


जलता खुद भी जलाता है,
दूसरों को भी ,
ऐसी जलन है इसकी फिर
भी क्यों जलती है दिल्ली ?
फैशन में दिल्ली किसी शहर से पीछे नहीं है। फैशन के दौर में कपड़े ही नहीं बल्कि हमारे जीने का ढ़ग, रहन सहन और खान पान को भी बहुत ध्यान दिया जाता है। दिल्ली के युवाओं में आजकल जिस चींज का फैशन आपको देखने को मिल जायेगा वह है " सिगरेट" । वैसे तो धूम्रपान करना किसी भी तरह से सही नहीं है युवा वर्ग इन सब बातों परे हटकर सिगरेट के फैशन को बहुत ही तेजी से अपना रहा है । लड़के ही नहीं बल्कि दिल्ली की बिंदास बालायें भी इस फैशन परस्ती में लड़को से कंधों से कंधा और कश से कश मिलाकर वातावरण को गंदा कर रही है। वैसे तो सिगरेट लोगों को सिवाय बीमारी के अलावा कुछ खास नहीं देता है पर हमारी युवा पीढी के लिए यह खासी पंसद बन गया है ।
वैसे तो भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में तम्बाकू से निर्मित वस्तुओं का व्यापार बहुत अधिक मात्रा में है जिससे सरकार को एक मोटी रकम भी मिलती है टैक्स के रूप में । पर स्वास्थय मंत्रालय ने २ अक्तूबर से सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को निषेध घोषित कर दिया है । और इसके उल्लघन पर २०० का जुर्माना किया जायेगा । सुनकर अच्छा लगता है कि अब इस कानून के आने से बहकते युवाओं के कश -म-कश लेने वाली जिंदगी को कुछ परेशानी हो सकती है । शुरू में हो सकता है कि कुछ लोग इस कानून के चपेट में आये और सिगरेट के साथ - साथ २०० का चूना पाकेट पर लगे तो ऐसे में रहे सावधान। बाकी तो भारत है कानून यहां बनते है तोड़ने के लिए ।

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