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Thursday, September 4, 2008

गुरू जी राम-राम

गुरू जी का हाल चाल है।सब ठीक-ठाक है न?हां भईया यहां पर जबसे तबादला हुआ है तबसे तो मजा ही मजा है,सिवाय कुर्सी तोड़य के अऊर बच्चन से हाथ पैर मालिश के अलावा कौनों कामय नहीं है।अच्छा अब हम चलबय गुरू जी।कौनों काम होवे तब याग फरमइहं ठीक । राम- राम।ये बच्चा लोग तुम लोग का कर रहे तो चलो अब छुट्टी।ये कल्लू कल अपनी अम्मा से आम वाला अचार जरूर मांग के लावा ।कहना की मास्टर साहेब मंगाये हैं ठीक है।अब जाओं सब ।ये दशा है प्रथमिक विद्यालय की।सभी गुरू जी को गुरू दिवश का बधाई।

1 comment:

Udan Tashtari said...

यह तो अफसोसजनक है!!

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शिक्षक दिवस के अवसर पर समस्त गुरुजनों का हार्दिक अभिनन्दन एवं नमन.