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Sunday, September 7, 2008

बीवी बलवान ,शौहर परेशान।

आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि घर की चारदीवारी के अंदर ६० फीसदी पत्नियां अपने पति को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती हैं।
शारीरिक रूप से पुरूष महिलाओं से ताकतवर माने गये हैं।इसके बावजूद वे पत्नी की प्रताड़ना के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। दरअसल उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। इसके लिए पत्नियां कई तरीकों का इस्तेमाल करती हैं, पत्नियां बात का बतंगड़ बनाकर,बात-बेबात व्यंग्य करके,पति के घर वालों को ताने मारकर, किसी बात का सही -सही जवाब न देकर, दहेज जैसे आरोप लगाकर,तरह-तरह की फरमाइशें करके,। इस तरह से हर काम में कमियां निकाल के सब के सामने बेज्जत करना।ये कुछ ऐसे हथियार है जो पत्नियां अपनाती है पति के लिए।
घरेलू परेशानी के कारण पुरूषों द्वारा आत्महत्या करने की खबरें आये दिन अखबार की सुर्खियां बनती है। पहले पुलिस स्टेशन पत्नियां जाती थी अब पुरूष। पत्नियों द्वारा सताये गये पुरूषों की संख्या बढ़ रही है, पुरूषों के बचाव के लिए "पत्नी पीड़ित मंच" संस्था कार्य कर रही है। इस मंच की बेबसाइट "www.patnipeeditmanch.gq.nu" है जहां पर पत्नी पीड़ित पति अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। ऐसा नहीं की शहरों में यह समस्या ज्यादा है बल्कि गांवों में इस समस्या के ज्यादा शिकार होते हैं। अब बीवी बलवान ,शौहर परेशान। कुछ बदल रहा है क्या?

4 comments:

Shastri JC Philip said...

ताज्जुब की बात है!

-- शास्त्री जे सी फिलिप

-- हिन्दी चिट्ठाकारी के विकास के लिये जरूरी है कि हम सब अपनी टिप्पणियों से एक दूसरे को प्रोत्साहित करें

arun prakash said...

वजह नहीं बताई आपने इन पीडीतों के पीटने की वास भूत काल में ये सभी अपनी बहिनों से भी पितातें होगे जवानी में ये अपनी प्रेमिकाओं का नाज नखरे उठाते हुए परेशान हुए होंगे अंत काल में ये सारे पत्नियों से पीटने का रिकार्ड बना रहे है धत तेरे की

वीनस केसरी said...

अब तो यही कह सकते है की

जिन्दगी झंड बा, फ़िर भी घमंड बा

हा हा हा

Udan Tashtari said...

क्या कहें!!!