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Saturday, September 6, 2008

पैंतीस में भी वही दम


भारत के लिए यह साल काफी अच्छा रहा। एक तरफ ओलम्पिक में बेहतरीन प्रदर्शन कर मेडल,फिर क्रिकेट टीम का लंका में एकदिवसीय सीरीज पर कब्जा पहली बार और अब यूएस ओपेन में मिक्सड डबल्स का खिताब। भारतीय टेनिस स्टार लिएडर पेस अपने चत्मकारों के लिए मशहूर हैं।ये वो खिलाड़ी है जिस पर न उम्र का असर दिखता है, न विपक्षी की रैंकिग का। अमेरिकी ओपन में उन्होंनें जिंबाब्वे की सारा ब्लैक के साथ मिक्सड डबल्स का खिताब जीतकर फिर अपने दमखम का परिचय पेश किया।
पैंतीस की उम्र में भी उनमें वही पुरानी तेजी कायम है।सिंगल्स में कभी विश्व रैंकिग में नंबर एक रहे पीट संप्रास को हराने का करिश्मा कर चुके पेस ग्रैंड स्लैम के डबल्स वर्ग में पहले भी शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं।पुरूष और मिक्सड डबल्स मिलाकर आठ ग्रैडस्लैम खिताब उनके खाते में दर्ज हो गये हैं।भारत को १९९६ में ओलंपिक पदक भी दिला चुके हैं।
लिएडर पेस का जन्म १७ जून १९७३ को गोवा में हुआ,कोलकाता , ओरलैंडो,फ्लोरिडा में निवास स्थान है। ५फुट साढ़े नौ इच लाम्बाकद और वजन ७७किग्रा।सिग्लस में अभी तक कैरियर ९९ मैच जीते-९८ हारेखिताबः१ उच्चतम रैंकिग-१डबल्स में पेस ने ४७३जीते,हारे- २४५कैरियर खताबः३८उच्चतम रैंकिगः१(२१ जून१९९९)
पुरूष डबल्स में चार खिताब और मिक्सड डबल्स में चार खिताब नाम किये।
लिएडर पेस को ९९९६ में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से तथा पदम् -२००१ में सम्मानित किया गया।पेस के पिता डा० वेस पेस भारतीय हाकी टीम के सदस्य रह चुके हैं और माता जेनिफर भारत की बास्केटबाल टीम की कप्तान रह चुकी है।पेस की पत्नी रिया पिल्लई और बेटी आयना पेस।

1 comment:

Udan Tashtari said...

पेस की चुस्ती फुर्ती बरकरार है..


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