चल साथ मेरे दो पल तू जरा
मंजिल की तरफ है ये रास्ता
दिल की बातें जो माने तू
आजा मेरे पास तू जरा ,
हम थे अजनबी पर
प्यार हो ही गया
नजरों से नजर का
इजहार हो ही गया
अभी तक तो तन्हा थे हम
करते थे दिल का भरम
मिलता न साथी कोई
पास तू जो आती नहीं
मंजिल की तरफ है ये रास्ता
दिल की बातें जो माने तू
आजा मेरे पास तू जरा ,
हम थे अजनबी पर
प्यार हो ही गया
नजरों से नजर का
इजहार हो ही गया
अभी तक तो तन्हा थे हम
करते थे दिल का भरम
मिलता न साथी कोई
पास तू जो आती नहीं
चल साथ मेरे , दो पल तू जरा।
मीडिया व्यूह की तरफ से दशहरा की आपको हार्दिक बधाई ।
2 comments:
चल साथ मेरे दो पल तू जरा
मंजिल की तरफ है ये रास्ता
दिल की बातें जो माने तू
आजा मेरे पास तू जरा ,
बहुत अच्छा लिखा है.
आप ने एक सुन्दर कविता पढाई ...
धन्यवाद
आप सभी को दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं
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