मैं न हिम्मत हारूँगा
अपना धर्म निभाऊगा
घटिया तुच्छी बातों से,
अब न डर जाऊंगा ,
साहस तो बढ़ गया,
ब्लागर भाईयों का साथ मिल गया,
कोई भी रोक नहीं सकता ,
ले कलम मैं ,
फिर से उतर गया,
समीर जी , राज जी , महेन्द्र जी ,
ने दिया प्यार,
महक , संगीता और सुरभि ने कहा -
करो प्रयास।
डीके सर , नीरज जी और सुनील जी हुए हैरान
इन सब ने दिया एक ही समाधान ,
लिखो भई लिखना ही तुम्हारा धर्म।
पंगे बाज ,लावण्या , अनूप का सवाल,
पढ़ने को न बुलाया ,
तो फिर क्यों करते हो मलाल ,
नीशू करता क्या वो गया थाअकेला ,
अब साथ जो मिला तो आया वापस
ब्लागर मेला ।
इन ब्लागर्स का आभारी-
स्वपन जी , प्रेमलता जी ,सरिता ,सतीश भई, दिनेश द्विवेदी जी ,कविता वाचक्नवी ,अल्पना वर्मा जी आप सब का प्यार और साथ पाकर मैं खुश और उत्साहित हुआ हूँ । (नीशू)
20 comments:
आपकी पुनर्वापसी अच्छी लगी ... बहुत बहुत शुभकामनाएं।
"keep writing"
good luck ya
Regards
भई वाह! ये हुई ना बात
बढते चलो, लिखते चलो.....बधाई नीशूजी, साहस दिखाने के लिए।
Keep it up !
ये हुई न बात!
नीशू जी
ये हुई न दिल खुश करने वाली बात. अपने विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सभी को है कौन रोक सकता है.
किसी ने कहा है "हिम्मते मरदे खुदा " कभी हौसला नहीं खोना चाहिए .
अच्छा लगा पढ़कर ।
अब बस इसी हिम्मत से लिखते रहिये टिप्पणी की परवाह किए बिना ।
अच्छी बात । लिखते रहें ।
लिखते रहे यूँ ही आप
बस, बिना दायें बायें देखे यह उत्साह जारी रखो ..हम हैं न!!
badhia hai likhte raho, achchi rachna, bahaduri ke saath, all the best.
मस्त रहो, ब्लागिंग में व्यस्त रहो!
बहुत खूब!
आप आपके मन की बातेँ साच्चाई से लिखते रहीये नीशू भाई -
himmat kabhi mat haarna....welcome back.
लिखते रहो।ये हुई न शेरो वाली बात्।
likhtey raheeye
Well said.
Keep writing.
भई वाह्! ये हुई न कोई बात.......बस इसी तरह लगे रहो.....खूब लिखो और मस्त लिखो.
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