विश्व स्तर पर हो या फिर भारतीय परिवेश की बात हो पर पिता और बेटी के सबंध को कलंकित किया है इस बलात्कार ने । विश्व स्तर पर यह मुद्दा छाया रहा । और आखिर में न्याय मिल ही गया ।
ऑस्ट्रिया में अपनी बेटी को बंदी बनाकर रखने वाले वर्षों तक उसके साथ बलात्कार करने वाले पिता जोसेफ़ फ्रिट्ज़ेल को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई है। जोसेफ पर व्यभिचार, हत्या, बलात्कार, बंधक बनाने जैसे आरोप पर अभियोग चलाया गया । फ्रिट्ज़ेल की बेटी ने अपने बयान में बताया कि किस तरह उसके पिता ने उसे बंधक बनाए रखा, किस तरह बरसों तक चले बलात्कार की वजह से उसने सात बच्चों को जन्म दिया ।ऐसे लोगों को तो मृत्युदण्ड दिया जाना चाहिए । पर यूरोपीय कानूनों के तहत आजीवन कारावास सबसे बड़ी सज़ा है क्योंकि यूरोप के किसी देश में मृत्युदंड का प्रावधान नहीं है ।
कितनी दुखद घटना है कि किस तरह कोई व्यक्ति अपने परिवार के सदस्यों के साथ इतना क्रूर व्यवहार कर सकता है ।
1 comment:
हम लोग ऐसी खबरों को पढ़कर आज के गिरते मूल्यों की बात करते हैं किन्तु यह व्यक्ति तो दशकों पहले से यह सब कर रहा था। जब पिता ही इतना गिर जाए तो फिर पर पुरुषों से क्या अपेक्षा की जा सकती है ? शायद अच्छाई व बुराई के बीच एक बहुत बारीक रेखा है, उसे पार कर लिया तो पतन निश्चित है।
घुघूती बासूती
Post a Comment