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Thursday, March 19, 2009

झारखण्ड एक बार फिर से आतंक के साये में.....गांव वालों का साहसिक प्रयास और दर्दनाक घटना

झारखंड एक तरफ तो नक्सल समस्या से जूझ रहा है साथ ही अशिक्षा और गरीबी जैसी कई समस्याएं वहां हैं । एक साहसिक घटना और दर्दनाक हादसे का केन्द रहा झारखण्ड ।

झारखंड में पाकुड़ ज़िले के एक गाँव में लोगों ने चार डकैतों की पीट-पीट कर हत्या कर दी । जबकि आठ डकैतों को ज़िंदा जला दिया। सारे डकैत सुंदरपुर गाँव में एक व्यक्ति के यहाँ डकैती के इरादे से आए थे । डकैती से पहले ही इनका एक बम फट गया जिससे गाँव वाले जग गए । गाँव वालों ने डकैतों पर धावा बोल दिया । चार ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि आठ गाँव के पास ही खाली पड़े एक घर में घुस गए । क्रुद्ध ग्रामीणों को इसकी जानकारी हो गई और गाँव वालों ने इस घर को आग के हवाले कर दिया ।


गांव की जनता का आक्रोश इस कदर बढ़ा की तुरंत ही फैसला करना उचित समझा । यह घटना एक तरह से एक संदेश का कार्य करेगी या नहीं यह आने वाली घटनाओं से ही पता चलेगा । शासन और प्रशासन का कुछ भी प्रभाव नहीं दिखता इस राज्य में । कभी नक्सल हमला तो कभी ऐसे डाकुओं का हमला । जनता किसी तरह से सुरक्षित नहीं दिखती । जान की कोई कीमत ही नहीं । जब जहां मन आये दो-चार को ढ़ेर कर दो । आज ये गांव वाले बच गये हैं कल के दिन शायद कुछ और भी दृश्य हो सकता है । केन्द्र सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम कभी भी न उठाया गया । सिवाय निंदा के अलावा जबकि इससे कुछ खास फर्क न होले वाला है ।

3 comments:

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...

जब लोग एकजुट हों तो डाकू या नक्सली क्या कर सकते हैं? एकजुटता का अच्छा उदाहरण है यह- उन्हें बधाई।

आलोक सिंह said...

जनता का आक्रोश बहुत ही भयानक होता है .

Kajal Kumar said...

चलो अच्छा हुआ, और १२ जाने संसद जाने से बच गए.