जो आज उनसे मुलाकात हुई,
आखों से ही दिल बात हुई।
सब सपने सच हो रहे थे
कुछ पल में,
ऐसा लगा -
जिदगीं की अभी शुरूआत हुई।।
हर पल जिक्र-ए-बयां करता रहा दिल ,
प्यार से प्यार करता रहा दिल.
बिन बातों में कह गये सब,
खुदा जाने -शायद पहली और आखिरी मुलाकात में ..
जो आज उनसे मुलाकात हुई............
4 comments:
hi neeshu,nice poem bhai.lage raho
hi nishu.nice poem bhai.keep it up.
हर पल जिक्र-ए-बयां करता रहा दिल ,
प्यार से प्यार करता रहा दिल.
nice poem,
yu hi likhte rahana
Beautiful thought expressed softly. If you can pl. keep the rhythm.
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