जिज्ञासु पत्रकारों की मीडिया की खबरों पर पैनी नज़र
जन संदेश
Wednesday, March 12, 2008
भीड़
हम इससे पहले भ ी मिले हैं और अक्सर मिलते रहते हैं लोकल बसों,ट्रनों ,ट्ृामों में एक सामान्य मुलाकात वह कल फिर मिली थी किसी राह पर मैंने हाथ बढाया उसने भी, अकस्मात रेला आया बहा ले गया उसे---- हाथ उठा रह गया।।
No comments:
Post a Comment