बात कारीब १५ साल पहले की करें तो टी वी पर परिवार एक साथ कमरे में बैठकर मनोरन्जन करता था । कार्यक्रम के बीच में पन ैर वह भी परिवार नियोजन का हो तो तो मां एवं दादी को कमरे से उठकर पानी पीने के बहाने बाहर जाना पडँता था।
एडस से बचाव ले लिए सरक्षित सेक्स कितना आवश्यक है साथ ही साथ परिवर्तन से ज सेक्स शब्द हमारे दैनिक जीवन एवं बातचीत का हिस्सा है। इंटरनेट तथा टी वी पर सजीव कार्यक्रम प्रसारित हो रहे हैं । जिससे सेक्स संम्बन्धित समस्या का समाधान आसानी से प्राप्त किया जाता है।
सेक्स की चर्चा खुली तरह से वर्जित रही होगी पर अब ईसा बिल्कुल भी नहीं है। डाक्टर एवं सेक्सोलावजिस्ट बैगर संकोच के बात करते है लोगों से। सेक्स चर्चा ब ओफन है ।
सेक्स संचार क्रान्ति-
एक के साथ एक मुफ्त की संचार क्रान्ति के साथ ही साथ सेकस क्रान्ति भारत को मुफ्त में मिली । लडँके औे लडँकियाँ आपस में सेक्स चर्चा ाकरते हैं पे आज बिना हिचक नानवेज जोक्स एसएमएस करने लगे हें। रह
ी सही कसर इंटरनेट ने पूरी कर दी है।
एमएमएस में तो थोडँा संकोच रहता हैपर इंटरनेट ने ईसा माधऽयम दिया जहां आफ अपनी पहचान ढुपाकर आसानी से सेक्सी चैट कर सकते हैं। इसी लिए बातें खुल्लम-खुल्ला होती हैं
१- पर ध्यान रहें इंटरनेट पर कई बार लडँके लडँकियां बनकर साथ ही साथ लडँकियां लडँके बनकर चैट करते हैं। पर ये दुनिया फैटेसी है यहां बात इस बाात से उपर है कि इन लडँके-लडकियों से परे हैं।
२- अबार में रसीली बातें, मजेदार बातें शीर्षक तमाम प्रचार छपते हैं जिस पर नम्बर होते है और नम्बर डायल कर आप अपने मन तथा जेब दोनों हल्का कर सकते हें।
३- जमाना विजुअल का है इसीलिए केवल आडियो से ही काम नही चलता इस बात को बाजार जानता है। ब्लू फिल्मों का ट्रड काफी पुराना है इसके लिए आपको वीडियो पार्लर जाना होता है जो संकोच वाला काम है। लिहाजा इंटरनेट पर इस संकोच की भी दवा है अनगिनत पोर्न साइट है अपना कम्प्यूटर आन करिये तथा सेक्सी दुनिया आपका मनोरंजन करने को हाजिर है।
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