उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले में बुधवार को पाँच दलितों की हत्या को कांग्रेस प्रदेश की मायावती सरकार के ख़िलाफ़ एक मुद्दे के रूप में इस्तेमाल करने जा रही है.
इसी सिलसिले में कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी शनिवार को इस स्थान का दौरा करने जा रहे हैं.
ससे घबराकर उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती शुक्रवार की शाम इटावा ज़िले के अमीनाबाद गाँव पहुँचीं.
हालांकि ये हत्या जमीन विवाद के कारण बताई जा रही है. लेकिन इस घटना की ओर उत्तर प्रदेश सरकार का ध्यान राहुल गांधी का दौरा घोषित होने के बाद गया.
मुख्यमंत्री मायावती वाराणसी में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगवानी के बाद आला अधिकारियों के साथ सीधे इटावा पहुँचीं.
उन्होंने पीड़ित परिवारों के लोगों से मुलाक़ात की और सहायता का ऐलान किया.
मायावती ने घोषणा की कि हत्याकांड से अनाथ हुई चारों बच्चियों की परवरिश और शादी तक का इंतज़ाम प्रदेश सरकार करेगी.
मुख्यमंत्री ने माना कि सरकारी अधिकारियों ने समय रहते कार्रवाई की होती तो हत्याकांड टाला जा सकता था. उन्होंने लापरवाही के आरोप में वहाँ के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया.
इटावा समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह का गृह जनपद है लेकिन उनकी पार्टी का भी कोई नेता सांत्वना देने नहीं पहुँचा था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी घटनास्थल पर जा रहे हैं
लेकिन राहुल का दौरा घोषित होते ही सपा महासचिव रामगोपाल यादव तत्काल मायावती के बाद वहाँ पहुँच गए.
दरअसल मायावती पिछले कुछ महीनों में रैलियाँ और सभाएँ करके कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाती रही हैं.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की पिछले विधानसभा चुनावों में ख़राब स्थिति की वजह दलित वोट बैंक का मायावती के साथ जाना माना जाता है.
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