भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को सेमी फाइनल मुकाबला शायद ही भूले । मैने भी I I T दिल्ली के नीलगिरी हास्टल में इस सेमी फाइनल का मुकाबले का लुत्फ उठाया। T-20 का यह सबसे रोमांचक मुकाबला था। भारतीय क्रिकेट प्रेमी भारतीय टीम के जीतते ही प्रशंसक अपने कपडें उतार ऊपर उछाल के डांस करके खुशी का इजहार कर रहें थे। मैने भी अपने ४ घंटे का पूरा पैसा वसूल किया। पूरे IIT में जश्न का महौल जैसा था ।जीत की खुशी में खूब आतिशबाजी हुई मानो ऐसा लग रहा था कि मानों दीपावली का त्यौहार हो।
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच डरबन में खेला गया T-२० का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला भारत के पक्ष में रहा। भारत पहले खेलते हुए २० ओवरों में ५ विकेट के नुकसान पर १८८ रन बनायें। इस १८८ रनों में युवराज सिहं की ३० गेदों पर ७० रन की धुआंधार पारी जिसमें ५ छक्के और इतने ही चौके लगायें ।युवराज नें विश्व कप का सबसे लम्बा छक्का (११९ मीटर)भीलगाया ।और साथ में धोनी ३६ रन और उथप्पा की ३४ रन की तेज पारियो का योगदान रहा।जिसकी सहायता से भारत यहाँ तक आसानी से पहुच सका।
आस्ट्रेलिया जब अपनी पारी की शुरूआत करने मैदान पर उतरा तो उसने धीमी शुरूआत की अर्थात आरपी सिहं और श्री संत ने गेदबाजी आक्रमण को और पैना कर दिया । गिलक्रिस्ट ने आरपी सिहं पर जरूर कुछ शानदार स्ट्रोक लगाये पर जलद ही श्री संत ने उनके विकेट उखाड़ दिये। फर हेडेन और सायमण्ड ने मिलकर आस्ट्रेलिया की पारी में रनों की गति को बढा़ना शुरू किया और सफल भी रहे । दोनों ने जोगिन्दर शर्मा और सहवाग की खूब धुलाई करी। परन्तु धोनी ने गेदबाजी में परिवर्तन कर श्री संत को मोर्चे पर ला दिया और श्री संत ने हेडेन को शुरू में ही खूब परेशान किया था और अन्ततः हेडेन की भी वही हालात हुई जो गिलक्रिस्ट की हई थी ।श्री संत ने हेडेन को बोल्ड आउट किया। हेडेन ने अर्द्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद पठान ने सायमण्ड को आउट कर पैवेलियन की राह पकडाई और इस आस्ट्रेलिया को जीत के लिए १८ गेदों पर ३० रन की जरूरत थी। हरभजन और आरपी सिहं ने अपनी बढिया गेदबाजी की बदौलत भारत को लगभग जीत कर द्वार पर ला खडा किया ।अब पारी का अन्तिम ओवर फेकनें के लिए कप्तान धोनी ने ये जिम्मेदारी जोगिन्दर शर्मा के हाथ में दी। अब जीत के लिए ६ गेंद पर २२ रन चाहिए थे ।आखिरी ओवर में जोगिन्दर ने अच्छी गेदबाजी की और आस्ट्रेलिया के फाइनल कमें पहुचने के सपने को धो दिया ।इस जीत के साथ भारत फाइनल में प्रवेश कर चुका है। जहां पर २४ को भारत का मुकाबला चिर प्रतिद्वन्दी पाकिस्तान से होगा।
भारत ने विश्वकप विजेता टीम को हरा कर अपने २००३ के विश्वकप के फाइनल के हार का बदला ले लिया है अब भारत को T-20 का ताज पहनने के लिए मात्र एक कदम आगे बढाना है। जिस तरह से भारतीय टीम खेल रही है उसके प्रदर्शन को देखते हुए पाकिस्तान के साथ एक कांटे की टक्कर होने की प्रबल संभावना है ।
वैसे भारत T-20 का फाइनल कप ले कर ही लौटे यही शुभकामना हमारी तरफ से भारतीय क्रिकेट टीम को। अब यह तय हो चुका है कि यह पहला T-20 कप एशिया में ही आयेगा पर किससे पास यह देखना होगा?
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच डरबन में खेला गया T-२० का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला भारत के पक्ष में रहा। भारत पहले खेलते हुए २० ओवरों में ५ विकेट के नुकसान पर १८८ रन बनायें। इस १८८ रनों में युवराज सिहं की ३० गेदों पर ७० रन की धुआंधार पारी जिसमें ५ छक्के और इतने ही चौके लगायें ।युवराज नें विश्व कप का सबसे लम्बा छक्का (११९ मीटर)भीलगाया ।और साथ में धोनी ३६ रन और उथप्पा की ३४ रन की तेज पारियो का योगदान रहा।जिसकी सहायता से भारत यहाँ तक आसानी से पहुच सका।
आस्ट्रेलिया जब अपनी पारी की शुरूआत करने मैदान पर उतरा तो उसने धीमी शुरूआत की अर्थात आरपी सिहं और श्री संत ने गेदबाजी आक्रमण को और पैना कर दिया । गिलक्रिस्ट ने आरपी सिहं पर जरूर कुछ शानदार स्ट्रोक लगाये पर जलद ही श्री संत ने उनके विकेट उखाड़ दिये। फर हेडेन और सायमण्ड ने मिलकर आस्ट्रेलिया की पारी में रनों की गति को बढा़ना शुरू किया और सफल भी रहे । दोनों ने जोगिन्दर शर्मा और सहवाग की खूब धुलाई करी। परन्तु धोनी ने गेदबाजी में परिवर्तन कर श्री संत को मोर्चे पर ला दिया और श्री संत ने हेडेन को शुरू में ही खूब परेशान किया था और अन्ततः हेडेन की भी वही हालात हुई जो गिलक्रिस्ट की हई थी ।श्री संत ने हेडेन को बोल्ड आउट किया। हेडेन ने अर्द्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद पठान ने सायमण्ड को आउट कर पैवेलियन की राह पकडाई और इस आस्ट्रेलिया को जीत के लिए १८ गेदों पर ३० रन की जरूरत थी। हरभजन और आरपी सिहं ने अपनी बढिया गेदबाजी की बदौलत भारत को लगभग जीत कर द्वार पर ला खडा किया ।अब पारी का अन्तिम ओवर फेकनें के लिए कप्तान धोनी ने ये जिम्मेदारी जोगिन्दर शर्मा के हाथ में दी। अब जीत के लिए ६ गेंद पर २२ रन चाहिए थे ।आखिरी ओवर में जोगिन्दर ने अच्छी गेदबाजी की और आस्ट्रेलिया के फाइनल कमें पहुचने के सपने को धो दिया ।इस जीत के साथ भारत फाइनल में प्रवेश कर चुका है। जहां पर २४ को भारत का मुकाबला चिर प्रतिद्वन्दी पाकिस्तान से होगा।
भारत ने विश्वकप विजेता टीम को हरा कर अपने २००३ के विश्वकप के फाइनल के हार का बदला ले लिया है अब भारत को T-20 का ताज पहनने के लिए मात्र एक कदम आगे बढाना है। जिस तरह से भारतीय टीम खेल रही है उसके प्रदर्शन को देखते हुए पाकिस्तान के साथ एक कांटे की टक्कर होने की प्रबल संभावना है ।
वैसे भारत T-20 का फाइनल कप ले कर ही लौटे यही शुभकामना हमारी तरफ से भारतीय क्रिकेट टीम को। अब यह तय हो चुका है कि यह पहला T-20 कप एशिया में ही आयेगा पर किससे पास यह देखना होगा?
1 comment:
इन्तजार है भारतीय टीम की जीत का...अनेकों शुभकामनायें.
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