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Tuesday, February 17, 2009

" सेक्स एजुकेशन " भारत में फिलहाल नहीं , एल्फी और चैटिल ने बढ़ाई सामाजिक समस्या ...........

बाप बनना किसी के लिए एक सुखद अनुभूति देता है । १३ साल का एल्फी और १५ साल की चैंटिल स्टीडमैन भले ही ब्रिटेन के हैं । लेकिन आज दुनिया उनको जानती है । और इसका कारण है कि इतनी कम उम्र में उनका माता- पिता बनना । कम उम्र में गर्भधारण करने से मौत या फिर नजायज संतानें । दुनिया भर में यह समस्या व्याप्त है ।
जहां एक तरफ गरीबी वहीं विकासशील देशों में बाल विवाह और सस्ते सेक्स सम्बंध ही इसकी प्रमुख वजह है । अगर सेक्स एजुकेशन की बात की जाय तो यहां पर लोगों की दूरी करेले पर नीम चढ़ाने जैसा है । जबकि विकसित देशों में सेक्स एजुकेशन है । पर वहां टूटे परिवार और विवाह संस्था के खत्म होने से यह समस्याएं होती हैं।
भारतीय परिदृश्य में इतनी कम उम्र में मां-बाप बनना समाज के लिए कंलक है । यहां पर हम कमजोर हो रहे हैं । हमें विवाह संस्था को और मजबूत करना होगा । और साथ ही साथ बच्चों का ख्याल रखना होगा । जिससे वे सही और गलत का फर्क समझ सकें ।
एल्फी और चैंटिल ने दुनिया को झकझोरा है । तमाम मंच पर यह बात हो रही है कि स्कूली स्तर पर सेक्स शिक्षा दी जाय ।परन्तु भारत जैसे देश में यह बात मुमकिन नहीं लगती । जबकि बच्चों को शारीरिक विकास और शरीर के बारे में सारी जानकारी दी जानी चाहिए । इस तरह की घटनाएं समाज के लिए हानिकारक है साथ ही साथ हम सभी के लिए भी।

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