दिल की बातें दिल ही जाने .............ये गीत तो आपने भी कभी सुना होगा तो जनाब होशियार दिल की बाते आप को खुद ही जानना होगा । वर्ना किसी बड़ी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं । और ये सब बात इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि आज है विश्व हृदय ( दिल ) दिवस । वैसे बंधु अगर दिल की बात की जाय तो इसका एक मात्र काम है खून को पंप कर पूरी शरीर में खून पहुंचाना पर इससे परे एक बात यह कि दिल के न जाने कितने ही काम है । ये दिल कभी बोलता है " हड़िप्पा ".........तो कभी बोलता है " ये दिल मागें मोर " आपका दिल क्या बोलता है खुद से जानिये ।
दिल कविता का विषय बना तो लोगों ने दिल थाम ही लिया एक आह निकली कि क्या बात है ? बहुत खूब ............जब गीत में आया दिल तो गीतकार ने लिखा - "धक धक करने लगा मोरा जियरा डरने लगा "......... भई जिसका जो काम है अगर वो न करेगा तो आपको स्वर्गीय की उपाधि फ्री में मिलते जरा भी देर न लगेगी । वैसे बड़े ही काम की चीज है ये दिल ..........न जाने कितनी भावनाएं , कितने जज्बात , कितने दर्द है दिल में ... लोग कहते है कि सिर्फ धक धक ही करता है । हां कभी किसी हसीन को देख ये दिल धधकता है यह बेवजह तो नहीं ।
प्रेम के लिए दिल का अहम रोल होता है , प्रेमी कहता है कि उसने मेरा दिल तोड़ा .... दिल आखिर कैसे तोड़ा जा सकता है ये तो मांस का टुकड़ा है । कैसे तोड़ा ? ये तो प्यार वाले ही जाने । मुकेश ने गाया ये गाना - " दिल ऐसा किसी ने मेरा तोडा " जो आज भी सदाबहार बना है
तो ऐसे में इस दिल को बचाकर ,सभाल कर रखिये और खूब देख भाल कर ही कहीं लगाइये.... जिससे टूटे न ।
1 comment:
लॉकर में जमा करा देते हैं. :)
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