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Friday, July 9, 2010

राजधानी दिल्ली की महिलाओ के साथ सबसे ज्यादा यौन दुर्व्यवहार ......................क्या करें हम ? neeshoo tiwari


राजधानी दिल्ली की महिलाओं को देख हम विश्व के तमाम शहरों की महिलाओं को पीछे छोड़ते हैं ....पहनावा ....बोलचाल और रहन सहन देखकर महिला सशक्तिकर्ण का जुमला यथार्थवादी सिध्ह होता दीखता है......ताजा सर्वे को देखें तो करीब ७० फीसदी महिलाएं यौन दुर्व्यवहार की शिकार हैं .....आंकड़े बताते हैं की  यौन दुर्व्यवहार की शिकार १५ से १९ वर्ष के बीच की लड़कियां हैं .........‘सेफ़ सिटीज़ बेसलाइन सर्वे – दिल्ली 2010’ के तहत ५,०१० लोगों से  जिनमें ३,८१६ महिलाएँ, ९४४ पुरुष और २५० यौन प्रताड़ना के मिले-जुले प्रत्यक्षदर्शी थे....यानि हम अपने आस पास हो रहे दुर्व्यवहार को देख कर भी अनदेखा कर देतें हैं ........
सर्वेक्षण के नतीजे
1 ....स्कूल और कॉलेज की छात्राएँ और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएँ सबसे ज़्यादा प्रभावित
2........जन-यातायात के साधनों में सर्वाधिक घटनाएँ
3.......पाँच में से तीन महिलाएँ रात के अलावा दिन में भी यौन प्रताड़ना का शिकार हुईं
4.......कमज़ोर बुनियादी ढांचा सबसे बड़ा कारण
5.......आमतौर पर महिलाओं को अपनी सुरक्षा ख़ुद ही करनी पड़ती है
6........समस्या से लड़ने के लिए जन अभियान की ज़रुरत
स्रोत: दिल्ली सरकार के महिला और बाल विकास विभाग, जागोरी, यूनीफ़ैम और यूएनएच का सर्वे

समाज में शिक्छा का आभाव है.......जागरूकता की कमी है यह बात मानी जा सकती है.........लेकिन राजधानी दिल्ली जैसे शहर में तो लोग जागरूक और पढ़े लिखे हैं .......फिर भी ऐसे आकडे  दुखद  स्थिति की ओर इशारा करते हैं ...........यानी देश की राजधानी की महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं ........वैसे भी आये दिन टी वी और समाचार पत्र में हम दुराचार , हत्या , लूटपाट की खबरे पढ़ते हैं लेकिन अगले ही पल सब भूल जाते हैं क्यूंकि ये खुद अपने साथ नहीं हुआ होता ..........पर दिल्ली वालों अब आपकी बारी हो सकती हैं .इस लिए अपनी रक्छा खुद करें ........सरकार के भरोसे न रहें .........अपने बच्चो और घर की महिलाओं को आत्म रक्छा के लिए तैयार करें .......  

3 comments:

Jandunia said...

शानदार पोस्ट

Arvind Mishra said...

आत्मरक्षा के संगठित ट्रेनिंग कैम्प अधिक से अधिक चलाये जाने चाहिए ...
औरर नीशू आप मीडिया में हैं ...वर्तनी की अक्षम्य गलतियां करते हैं ...!

yugal mehra said...

इस सरकार को सिर्फ मजे लूटन आते है राज़ के