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Wednesday, July 14, 2010

न रे न मुझे भूख नहीं ........तू खा ले .............नीशू तिवार

सरकार द्वारा गरीबों के लए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ पत्रों तक नहीं पहुच पाता ........जिसका प्रमुख कारण है भ्रस्ट लालफीताशाही ...........राहुल  गाँधी ने माना की केंद्र सरकार का भेजा १ रुपया निचले स्तर तक मात्र ५ पैसे ही पहुच पाता है.........वर्तमान में गरीबों की संख्या में १.५ करोड़ का इजाफा हुआ है.........खाद्य सामग्री के सरकारी हिसाब अनुसार हर परिवार को ३५ किलो राशन मिलता है ........खाद्य मंत्रालय को अभी ५.३० करोड़ टन राशन की खरीद की आवश्यकता है..............जबकि ये पी यल कार्ड धारक को १५ किलो राशन और बी पी यल को ३० किलो राशन दिया जा रहा है.....लेकिन फिर भी गरीबो की संख्या में इजाफा हो रहा है.............
आज देश दुनिया में अपनी प्रतिभा और प्रद्योगिकी के लिए जाना जाता है लेकिन इसके उलट दुख इस बात का है की हमको अभी भी रोटी कपडा मकान के लिए तरसना हो  रहा है.......पूर्व राष्ट्रपति कालम ने कहा था की देश २०२० तक विकसित हो जायेगा .........हो भी सकता है पर यह पन्नों तक सिमित रह कर.......ऐसे में गरीब तो गरीब ही रहेगा ...........कुछ लोग जरूर अमीर हो जायेगें .....लेकिन देश की दशा वैसे ही रहेगी ............क्या हम सभी को इन लोगों को साथ लेकर नहीं चलना चाहिए ? जिससे पुरे देश का विकास हो सके .......महामारी , भुखमरी और कुपोषण से जान न जाये ............        

2 comments:

Jandunia said...

शानदार पोस्ट

निर्मला कपिला said...

होना तो बहुत कुछ चाहिये मगर समाज से विलुपत होती दया भावन का क्या करें। भ्रष्टाचार ही न करने का प्रण ले लें तो समस्या अपने आप हल हो जायेगी। देश की 99 प्रतिशत समस्यायें सिर्फ भ्रषटा चार के कारण है। अच्छा आलेख है। आशीर्वाद।