दिल्ली है दिल वालो की .......नहीं जनाब दिलवालों की नहीं ......चिरकुट वालों की ........काबुल में गधे होते हैं ये आप ने भी सुना होगा .....तो यहाँ क्यूँ नहीं होगें ....... वैसे भी महाशक्ति "ब्लागिंग वाले गुन्डो के बीच फंसी चिट्ठाकारी" पर प्रमेन्द्र जी ने भी अपने उद्गार व्यक्त किये हैं ..............मैंने लिखा अजय झा को बुरा लगा .......बात समझ में आती है....पर अविनाश वाचस्पति को क्यूँ बुरा लग गया ? हाँ तो अब ये बात और भी साफ हो जाती है की गुटबाजी जरुर है.......जिसका प्रत्यछ उदाहरन ...........मुझे नुक्कड़ से निकला जाना है........मैं तो अब और भी खुले तौर से कह सकता हूँ की अजय झा , अविनाश वाचस्पति , पी यस पाबला और खुशदीप ने मिलकर दिल्ली ब्लोग्गर सम्मलेन के तहत साजिश की थी मिलने मात्र की .........पर बात तो कुछ और ही थी ..........यहाँ ही बड़ा ब्लोगर और छोटा ब्लोगर जैसा बनाने की पूरी तईयारी कर ली हैं .........मिलना तो एक बहाना मात्र था ............इस सम्मलेन के प्रयोजन के और भी राज खुलेंगे .........तैयार रहें अविनाश , अजय झा और पाबला ...........हम देखें की कितना हैं दम बूढी हड्डियों में .........
.............ब्लोगर का शोषण ...........
मैंने खुद महसूस किया की कुछ सठियाये ब्लोगर खुद को तोप समझते हैं .........पर यहाँ सब एक बराबर हैं ....न कोई बड़ा और न कोई छोटा ............सब लिखते हैं .......इसलिए सबका बराबर का अधिकार हैकोई अपने बाप की बपौती न समझे ...और जो ऐसा समझ रहें हैं उनके लए खतरा कायम हैं
....जूनियर ब्लोगर एसोसियेशन ( जल्द ही )............
वरिष्ठ ब्लोगर के खिलाफ जूनियर ब्लोगर एसोसिएसन जल्द ही आ रहा है जिसकी लगभग सारी प्रक्रिया पूरी हो गयी हैं .........यह एसोसिएसन वरिष्ठ ब्लोगर द्वारा नए व किसी अन्य ब्लोगर पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाएगा .............जिस किसी को भी यह लगता है की उसका आत्म सम्मान खतरे में है वह हमसे जुड़ सकता हाँ ..........मठाधीशी जैसा कोई चुनाव नहीं होगा ......कानूनी , कलम , और हाथापाई हर प्रकार से यह एसोशियेशन काम करेगा ..........
............आइये हम जूनियर ब्लोगर वरिष्ठ ब्लोगर और सम्मानित ब्लोगर के खिलाफ लाम बंद होकर मुहतोड़ जवाब दें ..
44 comments:
मैं आपके साथ हूं और नीशू सर मैं सबसे जूनियर ब्लोगर हूं। मुझे मत भूल जाइयेगा। सबसे जूनियर हूं। मेरा ब्लोग भी अभी तक ब्लोगवाणी पर नहीं जोड़ा गया है। आप कम से कम अपने जूनियर ब्लोगर के ब्लोगर पर तो मेरे ब्लोग का लिंक लगवा दीजिए सर। इन वरिष्ठ ब्लोगरों के बारे में जल्द ही भंडाफोड़ कार्यक्रम चलाएंगे हम सब जूनियर ब्लोगर। चाहे हम चार ही हैं पर हम सबका अचार बनायेंगे सर। हा हा हा
उम्र से जरुर बड़ा हूँ,पर सदस्यता जूनियर ब्लोगर्स
एसोसिएशन की ही लूँगा .
"शेक्सपियर ग़लत था.... नाम में बहुत कुछ रखा है.... : महफूज़" , यह पोस्ट इतनी अच्छी भी नहीं की इसके छपने के एक घंटे के भीतर ही इसपर बीस कमेन्ट और दस पसंद दर्ज हो जाएँ लेकिन गुटबाजी सब कर सकती है.
जरूरत है कि मठाधीशो का मानमर्दन का, इनकी ऐसी बजाओ की त्राहि माम कर उठे साले
bhaai aadaab nmste gussa,krodh hraam hotaa he voh bure hen iskaa mtlb yeh nhin ke hm bhi bure bn jaayen hm apni achchaayi ko bchaa kr rkhenge tb hi hm unhen sudhaar paayenge vrnaa jng men to bs brbaadi hi brbaadi he so plz bhyya ji gussaa thuko apni kchuaa chaal chlte rho khrgoshon se jitoge aap hi . akhta khan akela kota rajsthan mera hindi blog akhtarkhanakela.blogspot.com he
विचार करें ,इसमें मैं कहाँ फिट हो सकता हूँ ?
मैंनें आजीवन जूनियरशिप निभाने की कसम खायी है !
ग़दर मचा दिये हो भाई ! हद है -और अनानीमस की बात बिलकुल सही है !
वाह गुरु। छा गए हो। क्या कहने। बहुत खूब। हां जूनियर तो मैं भी हूं। अगर ज्यादा आवेदन न आए हों तो मुझे भी याद करना। कमेंट भी बहुत कम आते हैं।
http://udbhavna.blogspot.com/
मनव्याकुल।
nishant ji jis prakar se ap ke virodhi tilmilakar sant ho gye hai mujko lgta hai wo abkisi ka virodh nahi karenge pr jis prakar ki tipdiya ayi hai aur unme ak mahila lekhak oj bola gya vo khi nindniy hai
mujko nahi pea tha ki sahi ka sat dene pr ye bde blog ke dhurandar apni oji mansikta ka prichay denge musko nahi pta tha ki pde likhi bhi janvar hain es duniya me
ये गुटबाजी हमें कहाँ ले जायेगी नीशू जी??? फिर रही बात बड़े छोटे की तो हम ये क्यों साबित नहीं कर रहे कि हम ही बड़े हैं....??? क्या कुछ साल पहले लिखने से ही कोई वरिष्ठ बन जाता है? भले ही हम इसी साल आये हों पर हममे कुव्वत है और हम किसी को अपने से बड़ा नहीं मानते हैं........ऐसा विचार रखना चाहिए.
जहाँ तक गुटबाजी का सवाल है आप देखिये कुछ ब्लॉग तो ऐसे हैं जहाँ पर टिप्पणी के नाम पर घर भर के लोग ही टिपियाते दीखते हैं.... और कुछ लिमिटेड कंपनी की तरह काम करते हैं.... आखिर टिप्पणी किसी भी कीमत पर बड़े होने का, वरिष्ठ होने का सबूत नहीं.......
आप वैसे भी बेधड़क लिखते हैं,,,,अब ऐसा लिखिए कि सभी की पैंट गीली होती रहे कि पता नहीं नीशू आज क्या लिखने वाला है....
बाकी तो आप समझदार हैं......................यहाँ ब्लॉग में अब लगता है सीखने जैसी कोई चीज बची नहीं है सो गुटबाजी का भी कोई महत्त्व नहीं....
जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड
सब सगठन बना लें पर बुढउ ब्लागर एसोशियेशन को न भूलें....हा हा
nice
palak jesi sahsi or bebak nai blogr ko jr blogar asociasion ka presidant hona chahiye. ek presidant neeshoo sir or ek presidant palak mam. hamari mange poori karo neeshoo sir. ham saare jr blogar aapke saath hain.aj blog jagat me do hi name hai ek neeshoo sir ka doosra palak mam ka.ap jaldi se ek jr blogar meet karo.
नीशू जी शीघ्र ही एक लघु बैठक की योजना बनाईये।
post 1 sngathn kaa veerodh
post 2 "
post 3 "
post 4 chlo khud hee sanghathn bnate hain
lghu baithk ,paise kun dega, nishu beta, papa ji , amma ji, dada ji, chacha ji ,
aj tak tum aur tumhari vo ladki ubhar baalee , bas bhaunk hee raho ho , ab jara ek lughu baithak bhee kar lo ,dekho kkun aataa hai ,
नीशू जी ने युवावों में जोश का संचार कर दिया है. दीपक गर्ग जी और महाशक्ति जी जैसे अनुभवी और पलक जैसे युवा ब्लॉगर ने जिस तरह का सहयोग दिया है वह काबिल के यज्ञ है. मथाधीसों से डरने का समय नहीं है अब. अब हम युवा मिलकर इन मथाधीसों की मथाधीसी ख़त्म करके रहेंगे.
दिन गए अब मथाधीसी के
बेतालों की पचीसी के
हम युवा आगे बढ़ते जायेंगे
और ये पैरों तले कुचले जायेंगे
हम जूनियर ही सही
हममे है खून का जोश
इतनी ताकत है हमारे अन्दर
उदा देंगे हम इनका होश
नीशू भाई, मठाधीस लोग जवाब नहीं दे पा रहे हैं अब. ये चुप हो गए हैं. सायद इनसे जवाब नहीं बन रहा देते अब कुछ. लेकिन इनलोगों की पो; खोलते रहिये. किसी से डरना नहीं है. आप बढाक अपना काम करिए. इनकी तो ऐसी तैसी कर दीजिये.
पोल आप खोल रहे हो नीशू सर और इनकी आदतें मैं खोल रही हूं महाशक्ति सर। आज मिथिलेश सर छु्ट्टी पर हैं क्या आप सब पैसे की चिंता मत करिए मेरे घर पर रख सकते हो बैठक
पर लघु ही हो, बढ़ी रखोगे तो किसी पार्क में रख लेंगे,मेरे पास बहुत सारे रुपये हैं बैंक में
दस हजार रूपये में तो एक बैठक हो सकती है न सर जी। कल मिलें सर जी मेरे घर पर नहीं नहीं रात में नहीं दिन में, वैसे जब मन साफ है तो रात में भी रख सकते हैं जल्दी बताओ सर जी मैं आप सबसे मिलना चाहती हूं। मै एक काल सेंटर में सर्विस करती हूं और अभी पहली तनख्वाह ही मिली है दस हजार रूपये। इसलिए कोई चिंता नहीं। मैं सोचूंगी कि एक महीने बाद नौकरी मिली है और सर आपका नंबर आउट आफ रीच क्यों जा रहा है सर। पैसे खत्म हो गए हैं क्या
Kya hua. Galat number de diya kya palak ji ko. Jaldi reach mein aaiye.
देर से ही सही पर आ गया हूँ , अब ये जरुरी है कि किसी भी तरह की गुटबाजी का विरोध खुले दिल से किया जाये , जरुरी ये है कि जो बढिया लिखे उसे कमेंट किया जाये उसे पसंद का चटका दिया जाये , नीशू आपको नुक्कड़ से निकालना दुःखद रहा , मैं मानता हूँ कि युवाओं से ऐसी गलती हो सकती है परन्तु इसका मतलब ये कतई नही होता कि आप किसी को भी बिना सूचना सामुहिक ब्लोग से हटा दें , अविनाश जी खुद बात करते है ब्लोगिंग विकास की परन्तु रास्ते में रोडे़ भी खुद ला रहे हैं , अनुभव होने के बावजुद इनका फैसला गलत रहा । अपनी बात फिर से दोहराता हूँ कि मैं भी किसी तरह के गुटबाजी का विरोध करता हूँ , खुल के लिखो कोई कुछ उखाड़ नहीं सकता , नये ब्लोग के लिए शुभकामनयें ।
मिथिलेश सर आप आ गए। सुकून मिला। आप इतना ज्यादा मत सोया करो। आजकल जो सोता है, वो खोता है और मुझे मालूम है आप खोते नहीं हो। आप नीशू सर के दाहिने हाथ हो। आप जल्दी से नीशू सर के सम्मान में लिखी कविता पर अपनी जोरदार दमदार ऐसी टिप्पणी करो कि उनकी नींद उड़ जाए, जिनकी उड़ाना चाहते हैं और पहले से ही उड़ी हुई है। बहुत गांधी बनते हैं। कोई उखाड़ेगा कैसे, मैं हूं न सबकी सुरक्षा के लिए। मैं पहले ही उखाड़ लूंगी। जस्ट किडिंग मिथिलेश सर।
अनामी की बात से यही लगता है कि सारे ब्लागर खब्बू(पेटू) ही होते है, हम पैसे वाली पार्टी नही पैसा नही खर्च करेगे, नही खायेगे पियेगे, और बन सका तो लाई-चना ही खा लेगे :)
जब कुछ भी परिणाम न निकले तब मुझसे सम्पर्क करना ।
VAH NEESHOO JI, SAHI KAHA. VAISE KOI BHI KISI BHI KSHETRA ME PUARANA HONE K BAD APNE AP KO MAHARATHI SAMJHNE LAGTA HAI. LEKIN VO BHOOL JATE HAI KI IS DUNIYA ME SAB K BAP PADE HAI.
JO APNE AP KO SENIOR KAH KAR ITRA RAHE HAI SHAYAD VO BHOOL GAE HAI KI VO BHI KABHI JUNIOR THE.
AISE LOGON K MAN ME AHAM KA UNT BAITH GAYA HAI. AB INHE PAHAD K NEECHE LANA HE PADEGA.
JO KHUD KO BADA KAHTA HAI USSE BADA MURKH SANSAR ME AUR KOI NAHI HAI.
IN SABHI BUDAI KI AISI TAISI KARNI HI PADEGI. VAISE AJAY JHA KE VICHARO KO PAD CHUKA HUN MAI. UNKE TO YE ALAM HAI KI KISIKA GHAR JALE AUR KISIKO UJALA HO.......
NEESHOO JI MAI TO HAMESHA AP SATH HUN. UKHAD K FENK DENGE SABHI AHNKARIYON KO..............
WWW.SANTOSHPYASA.BLOGSPOT.COM
टॉप 40 ट्रेजेडी किंग्स पर धावा बोलने का सुअवसर; अब वक़्त ट्रेजेडी किंग्स का नहीं अंगरी यंग मैन्स का है... हल्ला बोल !!!
भीष्म पितामह ---कोई बतायेगा ये क्या हो रहा है ???हहहहहहाहाहा
Main tahe-dil se Salim Bhai ka shukriya ada karta huun jinhone is muhim ko aage badhane ke liye kamar kas li hai. Ab top 40 ko ukhaad dena hee maksad hai ham yuwaawon ka.
HALLA BOL
हिंदी ब्लौगिंग को एक काल गर्ल की ही कमी थी. वह भी पूरी हो गयी.
अरे ये क्या हो गया है आप सब को....क्या लिख रहे हो आप भाई......
जो वरिष्ठ है(जैसा कि आप भी कह रहे हो) वो श्रेष्ठ क्यों-कर ना हो....अब वो हम जैसे तुच्छ को तुच्छ कह दे तो क्या गलत है..?
अरे वो हमारी गलती नहीं बताएँगे तो क्या जो हमसे भी छोटे है...(हालांकि कोई हमसे छोटा नहीं है) वो बताएँगे...?पता नहीं क्यों आप को क्या गुमान हो चला है....थोडा बुद्धि पर जोर दे...जांचे-परखे, देखें एक बार कि क्या आपने बहुत सही पोस्ट आज पोस्ट की है!
हल्ला-बोल
हाँ बस यही मुद्दा रह गया था....देश का और खुद का उद्धार तो हो गया.....
दिलीप भाई साहब,अमित भाई साहब और शाहनवाज भाई साहब को किस गुट में रखोगे जनाब....शायद किसी में भी नहीं...कचरा जो लिख रहे है....असली हीरे तो आज चमके है...
कुंवर जी,
बात यहाँ टाप 40 की नही है, बात उन लोगो की है जो अनावश्कयक परेशान करने के हथकन्डे अपनाते है, अगर सलीम जी को लगता है कि 40 पर धावा बोल जा रहा है जो गलतफहमी मे है, सभी ब्लागर एक साथ है चाहे वो शीर्ष 40 वाले हो या बाहर वाले, किसी के साथ अनावाश्क भेद भाव न ही किया जायेगा,
माई गॉड,नीशू बूढ़ी हड्डियों के प्रति इतना गुस्सा? अब देखो सलाह तो नहीं दूंगा,हमें भी खूसट की कैटेगरी में रख देगो,बस सलाह ये कि इस गुस्से को बरकरार रखो और रचनात्मक तरीके से जाहिर करते रहो। मैं बाकी बातें तो नहीं जानता लेकिन एक बात अक्सर महसूस करता हूं लिखने की ताकत से आगे कुछ भी नहीं है। कोई एसोशिएशन बनाकर उसका या संयोजक हो जाए या महामंत्री। एक बेहतर पहचान लेखन से ही बनती है। मैं तो आमतौर की बातेपर ब्लॉगर मीट से बचता हूं जब तक जाना एकदम से जरुरी न हो जाए, इसलिए जाता हूं कि कुछ बोलना बाजिब लगता है। वैसे हमें किस कैटेगरी में रखते हो?..
neeshoooooooooo sir , vinit ko bhee apane gut me shaameel karo ,
ye bhee mujhe sexy lagte hain
aur ap to salman khan lagaate ho
mithles sar ka hair style sharukh khan kee tarah hai ,aur mahashakti sir kee bhee kisi hiro jaise hee hai
sexy blogger association
अब तो अरुणेश मिश्र ही बचा सकते हैं
बेचारे अरुणेश मिश्र ----हा हा हा
हुआ क्या है आप सबको?
हुआ क्या है आप सबको?
हुआ क्या है आप सबको?
हुआ क्या है आप सबको?
निशू जी अगर आप व मिथलेश जैसे होनहार लोग सलीम खान जैसे अलगाववदियों व आतंकवादियों के चुंगल में न फंसे तो देश व समाज का ज्यादा भला होगा।हमें तो लग रहा है कि अपनी अलगाववादी सोच के कारम ये लोग आज जिस गर्त में पहूंचने वाले हैं उससे बचने के लिए ये आप जैसे नौजवानों के नामों का सहारा ले रहे हैं।
हो सके तो विचार जरूर करना
जय हो.. लगता है.. जूनियर ता उम्र जूनियर रहेंगे...या थोड़े समय बाद सीनियर हो कर ये एसोशियेशन छोड़ सीनियर एसोशियेशन में चले जायेंगे.. फिर नए जूनियर आयेगें.. फिर और नए.. 'एक सप्ताह वाले लोगों की एसोसियेशन"
'एक सप्ताह वाले लोगों की एसोसियेशन"
'एक महीने वाले लोगों की एसोसियेशन"
'दो महीने वाले लोगों की एसोसियेशन"
'छह महीने वाले लोगों की एसोसियेशन"
'एक साल वाले लोगों की एसोसियेशन"
और भी.. जो चाहे...
मस्त कंसेप्ट है... शुभकामनाए...
कुडि़यों से चिकने आपके गाल लाल हैं सर और भोली आपकी मूरत है http://pulkitpalak.blogspot.com/2010/06/blog-post.html जूनियर ब्लोगर ऐसोसिएशन को बनने से पहले ही सेलीब्रेट करने की खुशी में नीशू तिवारी सर के दाहिने हाथ मिथिलेश दुबे सर को समर्पित कविता का आनंद लीजिए।
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