दूर देश आई पाती
हाल खबर पहुंचाने को
दादी का वो खेल खेलावन
मां की ममता पाने को।
बाबा मुझसे रूठ गए
भैया के संग जाने को
कहते थे मां से बाबा मेरे
साहब, मेरा छोटा सो।।
अब सब बीत गया
सारा जग हमें पाने में,
न बाबा हैं, न दादी मेरी
है पाती मेरे खजाने में।।
दूर देश से आई पाती, ,,,,
हाल खबर,,,।।।
"उक्त पंक्तियां मेरी
@ गुड्डो दादी को समर्पित।"
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