tag:blogger.com,1999:blog-4058741992995012637.post652009909500361423..comments2023-11-05T03:58:59.215-08:00Comments on मीडिया व्यूह: खिचड़ी हो गयी है आज हिन्दी कीAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/16883786301435391374noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-4058741992995012637.post-79422168933078730712009-09-13T11:23:56.218-07:002009-09-13T11:23:56.218-07:00लेकिन हमे हमेशा कोशिश करनी चाहिये कि जितना हो सके ...लेकिन हमे हमेशा कोशिश करनी चाहिये कि जितना हो सके सही हिन्दी लिखे ओर बोले, अगर कोई मजाक करे तो उसे वही डांट दे.... फ़िर देखे, मै हमेशा यही करता हुं, कोन कहता है कि हिन्दी अनपढो की भाषा है अपने मै आत्म विशवास पेदा करोराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4058741992995012637.post-10255948504630391122009-09-13T06:56:39.715-07:002009-09-13T06:56:39.715-07:00अब यह परिताप हमरा स्थाई भाव बन गया है !अब यह परिताप हमरा स्थाई भाव बन गया है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4058741992995012637.post-50555248181097158432009-09-13T05:16:43.878-07:002009-09-13T05:16:43.878-07:00अपन तो हिंग्लिश को हास्य का विषय ही मानते हैं और अ...अपन तो हिंग्लिश को हास्य का विषय ही मानते हैं और अपनी हास्य रचनायें हिंग्लिश में ही रचते हैं.<br /><br />बचपन में सुनी एक कविता की दो पंक्तियां याद आ रही हें : <br />पहने कुर्ता पर पतलून <br />आधा सावन ,आधा जून.<br /><br />देखा जाये तो सम्प्रेषण के लिये भाषा का अधिक महत्व नहीं है. <br />परंतु यह हमारा अंग्रेज़ी प्रेम ही दिखाता है.डा.अरविन्द चतुर्वेदी Dr.Arvind Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/01678807832082770534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4058741992995012637.post-60929641780072134052009-09-13T01:58:27.381-07:002009-09-13T01:58:27.381-07:00आज हिन्दी की जो दशा है वह बहुत सबल नहीं कही जा सकत...आज हिन्दी की जो दशा है वह बहुत सबल नहीं कही जा सकती है । आपका सुझाव बहुत ही अच्छा लगा । सभी को कोशिश करनी होगी ।हिन्दी साहित्य मंचhttps://www.blogger.com/profile/13856049051608731691noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4058741992995012637.post-76768418549049109632009-09-13T01:03:00.708-07:002009-09-13T01:03:00.708-07:00यह भी खि़चड़ी है:
गुनाह और अंग्रेजी : अपराध और आंग...यह भी खि़चड़ी है:<br />गुनाह और अंग्रेजी : अपराध और आंग्लभाषा <br />:-)<br /><br />बाक़ी सब बढ़िया है।<br />---<br /><a href="http://vijnaan.charchaa.org/2009/featured/carbon-nanotubes-as-ideal-solar-cell.html" rel="nofollow">Carbon Nanotube As Ideal Solar Cell</a>Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.com